संसार में अधिकांश व्यक्ति ऐसे होते हैं, जिनकी मृत्यु के बाद परिवार या निकट संबंधियों के अतिरिक्त कोई उन्हें याद नहीं करता। लेकिन कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं, जिन्हें हम सैकड़ों-हजारों साल तक याद रखते हैं, उन पर गर्व करते हैं, उनसे प्रेरणा प्राप्त करते हैं। भारत में जन्में ऐसे महान व्यक्तियों की संख्या कम नहीं है, जिन्होंने अपनी आभा से हमारे अंधकार से भरे जीवन को प्रकाश से पूर्ण कर दिया। इनमें से कतिपय महान विभूतियों के जीवन के प्रेरक प्रसंगों को लेकर लिखे गए हैं। ये नाटक- ‘भारतीय गौरव के बाल नाटक।’
डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल