एस. राधाकृष्णन का जीवन और कार्य, दूसरा विस्तारित संस्करण प्रतिष्ठित डायमंड बुक्स द्वारा हिंदी संस्करण में प्रकाशित किया जा रहा है। यह पुस्तक पहली बार २००६ में जारी की गई थी और इसे भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने स्वीकार किया था। उन्होंने पुस्तक के दूसरे संस्करण को भी आशीर्वाद दिया । यह हिंदी संस्करण भारत के हिंदी भाषा के पाठकों को समर्पित है जो हिंदू धर्म, भारतीय दर्शन और भारतीय संस्कृति के सबसे सम्मानित दार्शनिक एस. राधाकृष्णन के सबसे बड़े समर्थक रहे हैं। पुस्तक में विश्लेषित और व्याख्या किये गये उनके विचार आज भी भारत के लिए अत्यधिक प्रासंगिक हैं।
About the Author-: डॉ. ममता आनंद अंग्रेजी में ग्रेड-1 की सहायक प्रोफेसर हैं और लिबरल आर्ट्स विभाग अध्यक्ष, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी डिजाइन एंड मैन्यूफैक्चरिंग जबलपुर, म.प्र. (शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्थापित, संसद के एक अधिनियम द्वारा राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान )
फुलब्राइट फेलो (2008-2009) के रूप में उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय और कोलगेट विश्वविद्यालय, यूएसए में राल्फ वाल्डो इमर्सन और एस. राधाकृष्णन पर डॉक्टरेट अनुसंधान किया। एस. राधाकृष्णन और राल्फ वाल्डो इमर्सन पर अपने शोध के लिए उन्हें 2006 में इमर्सन सोसाइटी, वाशिंगटन डीसी यूएसए से अंतर्राष्ट्रीय शोध पुरस्कार मिला।
लेखिका की अब तक सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकीं हैं। 2021 में रिलीज हुई उनकी पुस्तक, मिसिंग गर्ल – ज्योमेट्री ऑफ क्रिएशन दुनिया के सबसे बड़े पुस्तकालय और अनुसंधान भंडार, लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस, वाशिंगटन, यूएसए में रखी गई है। डायमंड बुक्स