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*”सिर्फ विस्मरण है। एक मौका चाहिए स्मरण का।
एक सुविधा चाहिए। उस सुविधा का नाम साधना है।
ओशो**
चीन की रहस्यमयी ताओ परंपरा के उद्गाता लाओत्से के वचनों पर ओशो के इन प्रस्तुत प्रवचनों के मुख्य विषय-बिंदु:
ओशो एक ऐसे आध्यात्मिक गुरू रहे हैं, जिन्होंने ध्यान की अतिमहत्वपूर्ण विधियाँ दी। ओशो के चाहने वाले पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। इन्होंने ध्यान की कई विधियों के बारे बताया तथा ध्यान की शक्ति का अहसास करवाया है।हमें ध्यान क्यों करना चाहिए? ध्यान क्या है और ध्यान को कैसे किया जाता है। इनके बारे में ओशो ने अपने विचारों में विस्तार से बताया है। इनकी कई बार मंच पर निंदा भी हुई लेकिन इनके खुले विचारों से इनको लाखों शिष्य भी मिले। इनके निधन के 30 वर्षों के बाद भी इनका साहित्य लोगों का मार्गदर्शन कर रहा है। ओशो दुनिया के महान विचारकों में से एक माने जाते हैं। ओशो ने अपने प्रवचनों में नई सोच वाली बाते कही हैं। आचार्य रजनीश यानी ओशो की बातों में गहरा अध्यात्म या धर्म संबंधी का अर्थ तो होता ही हैं। उनकी बातें साधारण होती हैं। वह अपनी बाते आसानी से समझाते हैं मुश्किल अध्यात्म या धर्म संबंधीचिंतन को ओशो ने सरल शब्दों में समझया हैं।
ताओ उपनिषद भाग-2 का उद्देश्य ताओ और उपनिषद के विचारों को और अधिक गहनता से समझाना और आत्मिक शांति की ओर मार्गदर्शन करना है।
ताओ उपनिषद भाग-2 में ध्यान, आत्मचिंतन, और आंतरिक शांति की प्राप्ति के माध्यम से व्यक्ति को आत्मज्ञान की दिशा में अग्रसर करने की शिक्षा दी गई है।
हां, ताओ उपनिषद भाग-2 जीवन की समस्याओं का समाधान ताओ और उपनिषद के सिद्धांतों के माध्यम से प्रस्तुत करता है, जो व्यक्ति को मानसिक और आत्मिक शांति प्रदान करता है।
ताओ उपनिषद भाग-2 उन पाठकों के लिए उपयुक्त है जो गहन आध्यात्मिकता और दार्शनिक दृष्टिकोण को समझने के इच्छुक हैं और अपने जीवन में संतुलन और शांति पाना चाहते हैं।
ताओ उपनिषद भाग-2 में ताओ के सरलता और उपनिषद के ज्ञान के सिद्धांतों पर विशेष जोर दिया गया है, ताकि व्यक्ति जीवन की गहरी समझ प्राप्त कर सके।
ताओ उपनिषद भाग-2 में ध्यान और साधना को मानसिक शांति और आत्मज्ञान की प्राप्ति के लिए अनिवार्य बताया गया है।
Weight | 500 g |
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Dimensions | 20.32 × 12.7 × 1.27 cm |
Author | Osho |
ISBN | 9788128820687 |
Pages | 584 |
Format | Hardcover |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 8128820680 |
ताओ उपनिषद भाग-2 ताओ दर्शन के गूढ़ और गहन रहस्यों का अनावरण करती है। यह पुस्तक ध्यान, आत्मज्ञान, और आंतरिक शांति की प्राप्ति के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में काम करती है। ताओ की शिक्षाओं के माध्यम से जीवन के गहरे अर्थों को समझने का प्रयास किया गया है। इसमें पूर्वी दर्शन के सिद्धांतों को सरल और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक आत्मिक विकास और आंतरिक संतुलन की दिशा में एक अमूल्य साधन है। ताओ के मार्ग पर चलने वालों के लिए यह एक अनिवार्य अध्ययन है।
ISBN10-8128820680
Religions & Philosophy, Books, Diamond Books
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