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तेनालीराम की कहानियाँ भी अकबर-बीरबल की तरह ही लोकप्रिय हैं | तेनाली को दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में तनालीरमन के नाम से भी जाना जाता है। वे विजयनगर के महाराज कृष्णदेव राय के दरबार में नियुक्त थे । वे एक चतुर तथा बुद्धिमान व्यक्ति थे। और साथ ही बड़े हाजिर जवाब भी थे, उनके आगे तो राजा भी हार मान जाते। वे अपनी सूझबूझ और चतुराई से, बड़ी से बड़ी मुश्किल को आसानी से चुटकियों में हल कर देते। वे राजा के बड़े प्रिय, भरोसेमंद व सराहनीय मित्रों में से थे। यहाँ हम तेनालीराम व कृष्णदेव राय की कुछ रोचक कहानियाँ चित्रों सहित प्रस्तुत कर रहे हैं। आशा करते हैं कि पुनः पाठक इन्हें पढ़कर आनंदित होंगे।
Author | Priyanka Verma |
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ISBN | 9789355135124 |
Pages | 96 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
Amazon | |
Flipkart | https://www.flipkart.com/tenaliram-ki-naitik-kahaniya/p/itmdbf923b5f4aa9?pid=9789355135124 |
ISBN 10 | 9355135122 |
तेनालीराम की कहानियाँ भी अकबर-बीरबल की तरह ही लोकप्रिय हैं | तेनाली को दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में तनालीरमन के नाम से भी जाना जाता है। वे विजयनगर के महाराज कृष्णदेव राय के दरबार में नियुक्त थे । वे एक चतुर तथा बुद्धिमान व्यक्ति थे। और साथ ही बड़े हाजिर जवाब भी थे, उनके आगे तो राजा भी हार मान जाते। वे अपनी सूझबूझ और चतुराई से, बड़ी से बड़ी मुश्किल को आसानी से चुटकियों में हल कर देते। वे राजा के बड़े प्रिय, भरोसेमंद व सराहनीय मित्रों में से थे। यहाँ हम तेनालीराम व कृष्णदेव राय की कुछ रोचक कहानियाँ चित्रों सहित प्रस्तुत कर रहे हैं। आशा करते हैं कि पुनः पाठक इन्हें पढ़कर आनंदित होंगे।
ISBN10-9355135122