‘सड़क सुरक्षा गतिविधि पुस्तक’ मुख्यतः प्राथमिक स्तर के छात्र-छात्राओं को ध्यान में रखकर लिखी गई है। जिसका उद्देश्य बच्चों को सड़क सुरक्षा के विषय में शिक्षित और जागरुक करना है। पुस्तक बच्चों के बौद्धिक और आयु स्तर को ध्यान में रखकर इस तरह तैयार की गई है कि सड़क और यातायात से संबंधित सभी जानकारी वे परस्पर संवाद और रचनात्मक गतिविधि के माध्यम से सीख सकें, साथ ही वे अपनी आयु के प्रारंभिक अवस्था में ही इस ओर जागरूक और जिम्मेदार बन सकें।
पुस्तक में सड़क-सुरक्षा संबंधित सभी आवश्यक विषयों को अत्यधिक मनोरंजक और सवांदात्मक तरीके से प्रस्तुत किया गया है। वस्तुतः बच्चे रंगीन चित्रों, आकर्षक पहेलियों, सूझ-बूझ वाले प्रश्न और अन्य गतिविधियों के माध्यम से यातायात संकेतों, पैदल यात्रियों की सुरक्षा, सड़क पार, ज़ेबरा क्रॉसिंग का उपयोग करना और सीटबेल्ट इत्यादि पहनने के महत्व को समझ पाएंगे। सभी गतिविधियों को सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया है, ताकि बच्चे सड़क पर चलते समय एक जिम्मेदार व्यवहार करना सीखें, साथ ही उनमें तुरंत निर्णय लेने, समस्या को सुलझाने जैसे सभी कौशल का विकास हो।
‘सड़क सुरक्षा गतिविधि’ पुस्तक में बच्चों के अनुकूल भाषा का प्रयोग किया गया है। सरल शब्दावली होने के कारण इसे समझना भी बहुत आसान है। निश्चित रूप से इसकी बनावट और रूपरेखा इतनी स्पष्ट है कि यह युवा पाठकों पर अप्रतिम प्रभाव डालती है। यह बच्चों को इस तरह की गतिविधियों में हिस्सा लेना और भागीदारी दिखाने के लिए प्रोत्साहित करती है। यह पुस्तक बच्चों को व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से सीखने के लिए प्रेरित करती है और सड़क सुरक्षा नियमों की उनकी समझ को मजबूत करती है।
पुस्तक में वास्तविक जीवन के सभी परिदृश्यों और उदाहरणों को शामिल किया गया है ताकि बच्चे अपने दैनिक दिनचर्या में सड़क सुरक्षा को जोड़कर देख सकें। यह पुस्तक, बच्चों को यह सिखाती है की वे वाहन चालक को कैसे देखे, कैसे सुरक्षित रूप से साइकिल चलायें, सड़क पार करते समय धैर्य और सतर्क रहने का महत्व जैसे व्यावहारिक सुझाव देकर उन्हें सड़क सुरक्षा के प्रति सतर्क करती है, साथ ही अन्य कौशल उनमें विकसित करने का प्रयास करती है।
अपनी आकर्षक सामग्री और संवादात्मक दृष्टिकोण के साथ यह पुस्तक प्राथमिक स्तर के छात्र और छात्राओं को सड़क सुरक्षा और यातयात संकेत के विषय में सीखने के अनुभव को सुखद और यादगार बनाती है। यह पुस्तक बच्चों को अपनी प्रारंभिक अवस्था में ही सड़क सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार व्यवहार रखने के लिए प्रेरित करती है, साथ ही बच्चों को सुरक्षा के प्रति जागरुक करना तथा पैदल यात्रियों के प्रति एक जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए सशक्त बनाती है। इन सभी अच्छी आदतों से न केवल उनकी बल्कि उनके आसपास के लोगों की भलाई भी सुनिश्चित है।