देश में सैकड़ों पर्यटन स्थल हैं। इस पुस्तक में हम उत्तर प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की रोचक और विस्तृत जानकारी दे रहे हैं।
ऐसा माना जाता है कि उत्तर प्रदेश का इतिहास लगभग चार हजार वर्ष प्राचीन है। जबकि कुछ इतिहासकार त्रेता युग से मानते हैं, क्योंकि अयोध्या श्री राम और मथुरा श्री कृष्ण की जन्म भूमि उत्तर प्रदेश में है । यहीं रावण और कंस पैदा हुए। महात्मा बुद्ध ने यहां तपस्या की और यह प्रदेश भगवान बुद्ध के पहले उपदेश से लेकर परिनिर्वाण तक का गवाह रहा है। दुनिया की सबसे पवित्र मानी जाने वाली नदी गंगा भी इसी प्रदेश से होकर गुजरती है। गढ़मुक्तेश्वर, आहार, अनूपशहर, कलकत्ती नरौरा, इलाहाबाद और काशी गंगा तट पर बसे हुए वह पौराणिक नगरी हैं जहाँ आज भी हर हिंदुस्तानी के साथ-साथ भारत भ्रमण पर निकला प्रत्येक विदेशी पर्यटक भी यहाँ नतमस्तक हो जाता है।
इस पुस्तक का मूल उद्देश्य यही है कि पर्यटन और तीर्थाटन में रुचि रखने वाले लोगों को विस्तृत और संपूर्ण जानकारी मिल सके। पर्यटन और तीर्थाटन का आनंद तभी आता है जब गंतव्य स्थान की पूरी जानकारी हो। इससे यात्रियों को सहूलियत रहती है। पर्यटकों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए पुस्तक में आवागमन की भी विस्तृत जानकारी दी गई है।
आशा करते हैं कि यह पुस्तक सभी पाठकों के लिए उपयोगी साबित होगा।
Uttar Pradesh : Paryatan, Devalaya Evam Mandir (उत्तर प्रदेश : पर्यटन, देवालय एवं मंदिर)
Original price was: ₹250.00.₹249.00Current price is: ₹249.00.
In stock
देश में सैकड़ों पर्यटन स्थल हैं। इस पुस्तक में हम उत्तर प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की रोचक और विस्तृत जानकारी दे रहे हैं।
ऐसा माना जाता है कि उत्तर प्रदेश का इतिहास लगभग चार हजार वर्ष प्राचीन है। जबकि कुछ इतिहासकार त्रेता युग से मानते हैं, क्योंकि अयोध्या श्री राम और मथुरा श्री कृष्ण की जन्म भूमि उत्तर प्रदेश में है । यहीं रावण और कंस पैदा हुए। महात्मा बुद्ध ने यहां तपस्या की और यह प्रदेश भगवान बुद्ध के पहले उपदेश से लेकर परिनिर्वाण तक का गवाह रहा है। दुनिया की सबसे पवित्र मानी जाने वाली नदी गंगा भी इसी प्रदेश से होकर गुजरती है। गढ़मुक्तेश्वर, आहार, अनूपशहर, कलकत्ती नरौरा, इलाहाबाद और काशी गंगा तट पर बसे हुए वह पौराणिक नगरी हैं जहाँ आज भी हर हिंदुस्तानी के साथ-साथ भारत भ्रमण पर निकला प्रत्येक विदेशी पर्यटक भी यहाँ नतमस्तक हो जाता है।
इस पुस्तक का मूल उद्देश्य यही है कि पर्यटन और तीर्थाटन में रुचि रखने वाले लोगों को विस्तृत और संपूर्ण जानकारी मिल सके। पर्यटन और तीर्थाटन का आनंद तभी आता है जब गंतव्य स्थान की पूरी जानकारी हो। इससे यात्रियों को सहूलियत रहती है। पर्यटकों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए पुस्तक में आवागमन की भी विस्तृत जानकारी दी गई है।
आशा करते हैं कि यह पुस्तक सभी पाठकों के लिए उपयोगी साबित होगा।
Additional information
Author | Dr. Sandeep Kumar Sharma |
---|---|
ISBN | 9789356845572 |
Pages | 304 |
Format | Hardcover |
Language | Hindi |
Publisher | Junior Diamond |
Amazon | |
Flipkart | |
ISBN 10 | 9356845573 |