भारत के इतिहास में बिहार का यथेष्ट गौरव है। क्या धार्मिक, कया सामाजिक और क्या राजनीतिक, जिस दृष्टि से देखिए, बिहार को बहुत पहले से ही सब प्रकार समुन्नत पाइएगा। यदि भारत के प्राचीन इतिहास से बिहार का इतिहास अलग कर दिया जाए तो उसका आदिकालीन इतिहास कुछ रह ही न जाएगा। बड़े-बड़े इतिहासकारों ने वैज्ञानिक दृष्टि से भारत का जो इतिहास लिखा है, वह बिहार के इतिहास से ही प्राय प्रारंभ होता है।
‘बिहार एक सांस्कृतिक वैभव’ न तो इतिहास है, न यात्रा और न पाठ्यक्रम। इसे विशुद्ध रूप से लेखक ने सांस्कृतिक कलवेर देने का प्रयास किया है। जिस चेष्टा में इतिहास और आधुनिक संदर्भ भी सामने आ जाते हैं। अनेक लेखकों की रचनाओं के कारण उन विषयों अथवा बिंदुओं को जानने-पहचानने में सुविधा हो सकेगी। ISBN10-8171822940