पुस्तक के बारे में
पद्मश्री प्राण मॉरिस हार्न, वर्ल्ड एन्सायक्लोपीडिया ऑफ कॉमिक्स के एडिटर ने कार्टूनिस्ट प्राण को ‘वाल्ट डिज्नी ऑफ इंडिया’ कहा है।उनकी कॉमिक्स पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ते हुए नौजवानों की हमेशा साथी रही हैं। उन्होंने अपने कैरेक्टर्स ‘चाचा चौधरी, साबू, श्रीमतीजी, पिंकी, बिल्लू, रमन’ इत्यादि के मनोरंजन का भरपूर लुत्फ उठाया है। उनके 600 से ज्यादा टाइटल्स मार्केट में बिक रहे हैं और दर्जनों स्ट्रिप्स न्यूज पेपर्स में छप रहे हैं। चाचा चौधरी पर आधारित एक टी. वी. सीरियल के लगातार 600 एपिसोड तक एक प्रमुख चैनल पर दिखाए गए।विश्व के कई देशों का भ्रमण कर चुके, प्राण को ‘लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ ने ‘पीपुल ऑफ द ईयर अवार्ड’ से सम्मानित किया है। 1983 में उनकी कॉमिक बुक-‘रमन, हम एक हैं’ का विमोचन तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने किया।- प्रकाशक
लेखक के बारे में
प्राण ने अपने बचपन में सब्जी के एक लिफाफे पर कार्टून बना देखा। जिससे उन्हें कार्टून बनाने की प्रेरणा मिली। वह वास्तव में स्कूल में अपने ड्राईंग-अध्यापक से प्रभावित हुए, जिनका अगूंठा नहीं था, इसके बावजूद वह अत्यन्त सुंदर चित्र बनाते थे। वह दोपहर में केवल आधे घंटे की झपकी लेते थे। प्राण के सात भाई-बहन थे। उन्हें अपनी मां द्वारा चूल्हे पर पकाई जाने वाली रोटी अत्यन्त प्रिय थी। करारी और बढ़िया पकी हुई रोटी…। प्राण को भगवान पर कभी यकीन नहीं रहा। वह कभी मंदिर प्रार्थना करने या दर्शन करने के लिए नहीं गए। उन्हें केवल मानवता में भरोसा था। सर जे.जे. स्कूल ऑफ आर्टस् से विशेष योग्यता द्वारा डिग्री प्राप्त करने के बाद भी उन्हें किसी स्कूल में ड्राईंग अध्यापक के रूप में नौकरी नहीं मिली। इसी कारण उन्होंने कार्टून बनाना आरंभ किया और एक परंपरा का निर्माण किया। वह शायद एकमात्र ऐसे कार्टूननिस्ट रहे, जिन्होंने 20 से अधिक कार्टून चरित्रों की रचना की और उनके कार्टून की श्रृंखला प्रति सप्ताह विभिन्न समाचार-पत्रों में नियमित चलती रही। जिसे वह आसानी से निभाते रहे।
क्या चाचा चौधरी बैंक रॉबरी पुस्तक सिर्फ बच्चों के लिए है, या वयस्क भी इसे पढ़ सकते हैं?
चाचा चौधरी बैंक रॉबरी बच्चों के लिए ज्यादा उपयुक्त है, लेकिन वयस्क भी इसे हल्के-फुल्के मनोरंजन और पुराने समय के हास्य से आनंद लेने के लिए पढ़ सकते हैं।
क्या चाचा चौधरी बैंक रॉबरी में चाचा चौधरी की अन्य कहानियों का भी उल्लेख है?
चाचा चौधरी बैंक रॉबरी पुस्तक में चाचा चौधरी की अन्य रोमांचक कहानियों का भी जिक्र है, जो पहले से प्रकाशित हो चुकी हैं और यह पुस्तक उन कहानियों के साथ एक नया रोमांचक अध्याय जोड़ती है।
चाचा चौधरी बैंक रॉबरी में कौन से प्रमुख पात्र हैं?
चाचा चौधरी बैंक रॉबरी पुस्तक में मुख्य पात्र चाचा चौधरी और उनका साथी साबू हैं। चाचा चौधरी अपनी तेज़ दिमागी और बुद्धिमत्ता से किसी भी मुसीबत का हल ढूंढ लेते हैं, जबकि साबू अपनी शारीरिक ताकत से उन्हें सहारा देते हैं। ये दोनों मिलकर बैंक डकैती की जाँच करते हैं।
क्या चाचा चौधरी बैंक रॉबरी के अंदर कोई संदेश भी है?
हाँ, चाचा चौधरी बैंक रॉबरी पुस्तक के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि बुद्धिमत्ता और सहयोग से किसी भी मुश्किल को आसानी से हल किया जा सकता है। चाचा चौधरी और साबू की टीमवर्क और समझदारी बच्चों को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है।
चाचा चौधरी बैंक रॉबरी में किस प्रकार का हास्य है?
चाचा चौधरी बैंक रॉबरी में हल्का-फुल्का और व्यंग्यात्मक हास्य है। चाचा चौधरी की तीव्र बुद्धि और साबू की ताकत के बीच के मजेदार संवाद और घटनाएँ पाठकों को हंसी के साथ-साथ सोचने के लिए भी प्रेरित करती हैं।