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As a Man Thinketh in Hindi (मनुष्य जैसा सोचता है : Manushya Jaisa Sochta Hai) The International Best Seller-In Hardcover

Original price was: ₹299.00.Current price is: ₹298.00.

किताब के बारे में

मनुष्य जैसा सोचता है (As a Man Thinketh) महान लेखक जेम्स एलेन द्वारा लिखी गई एक प्रेरणादायक पुस्तक है, जो यह सिखाती है कि विचारों की शक्ति हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करती है। यह पुस्तक बताती है कि हमारे विचार हमारे चरित्र, स्वास्थ्य, और सफलताओं के मूल कारण हैं। मनुष्य अपने दिल में जैसा सोचता है वैसा ही होता है । यह मनुष्य के पूरे जीवन को ही सम्मिलित नहीं करती बल्कि इतनी व्यापक है कि उसके जीवन के हर पहलू, हर दशा परप अपनी छाप बनाये रखती है। मनुष्य अक्षरशः वैसा ही बन जाता है जैसा वह सोचता है, उसका चरित्र उसके तमाम विचारों की ही योगफल है। यह पुस्तक आपको यह समझने में मदद करती है कि सकारात्मक और रचनात्मक सोच से आप अपने जीवन को कैसे बेहतर बना सकते हैं। इसमें आत्मनिरीक्षण, अनुशासन और ध्यान के महत्व पर जोर दिया गया है।

लेखक के बारे में

ब्रिटिश दार्शनिक लेखक जेम्स एलेन का जन्म इंग्लैंड के लीसेस्टर में 28 नवंबर 1864 को हुआ था। वो एक जाने माने कवि व दार्शनिक लेखक थे। उनकी रचनाये आज भी हमें प्रेरणा देती हैं। जो स्व-सहायता लेखकों के लिए प्रेरणा का एक स्रोत रहे। उन्होंने अपनी प्रेरणादायक पुस्तकों और कविता की सहायता एक जन आंदोलन खड़ा किया जिससे करोड़ो बदलाव कने में मदद की। एलन दो भाइयों में सबसे बड़ा था। उनकी मां न तो पढ़ सकती थीं और न ही लिख सकती थीं। उनके पिता, विलियम एक फैक्ट्री के मालिक थे। 1879 में, मध्य इंग्लैंड के कपड़ा व्यापार में मंदी के बाद, एलन के पिता ने काम खोजने और परिवार के लिए एक नया घर स्थापित करने के लिए अकेले अमेरिका की यात्रा की। माना जाता है कि दो दिनों के भीतर उनके पिता को न्यूयॉर्क सिटी अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया था, माना जाता है कि यह लूट और हत्या का मामला था। पंद्रह साल की उम्र में, परिवार को अब आर्थिक आपदा का सामना करना पड़ रहा था, एलन को स्कूल छोड़ने और काम खोजने के लिए मजबूर किया गया था।


मनुष्य जैसा सोचता है पुस्तक का मुख्य विषय क्या है?

एलन का तर्क है कि हमारे विचार हमारी वास्तविकता बनाते हैं और हम अपने विचारों को बदलकर अपना जीवन बदल सकते हैं । वह लिखते हैं: “एक आदमी वस्तुतः वही है जो वह सोचता है, उसका चरित्र उसके सभी विचारों का संपूर्ण योग है।” एलन आत्म-अनुशासन और सकारात्मक सोच के महत्व पर भी जोर देते हैं।

ऐस ए मैन थिंकथ(मनुष्य जैसा सोचता है) पुस्तक किस बारे में है?

जेम्स एलन द्वारा लिखित ऐस ऐस ए मैन थिंकथ (मनुष्य जैसा सोचता है) एक क्लासिक सेल्फ-हेल्प बुक है जो किसी के जीवन को आकार देने में विचार की शक्ति पर जोर देती है । यह पाठकों को अपने विचारों पर नियंत्रण रखने और बदले में अपने भाग्य पर नियंत्रण रखने के लिए प्रेरित करती है।

ऐस ए मैन थिंकथ(मनुष्य जैसा सोचता है) पुस्तक में जेम्स एलन का प्रसिद्ध उद्धरण क्या था?

मनुष्य को यह सीखना होगा कि वह वस्तुओं पर नियंत्रण नहीं कर सकता, बल्कि वह स्वयं पर नियंत्रण कर सकता है; वह दूसरों की इच्छाओं पर दबाव नहीं डाल सकता, बल्कि वह स्वयं अपनी इच्छा को ढाल सकता है और उस पर नियंत्रण कर सकता है

ऐस ए मैन थिंकथ(मनुष्य जैसा सोचता है) पुस्तक किस पर मुख्य रूप से जोर देती है?

यह दर्शाता है कि कैसे, अपने स्वयं के विचार-संसार में, प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली प्रत्येक स्थिति, अच्छी या बुरी, की कुंजी रखता है , और यह कि, अपने विचारों पर धैर्य और बुद्धिमत्ता से काम करके, वह अपने जीवन को पुनः बना सकता है, और अपनी परिस्थितियों को बदल सकता है।


ऐस ए मैन थिंकथ(मनुष्य जैसा सोचता है) पुस्तक का सारांश क्या है?

किसी व्यक्ति की सोच उसके चरित्र और जीवन की परिस्थितियों को निर्धारित करती है । अपने विचारों को बदलकर, कोई व्यक्ति अपने जीवन की परिस्थितियों को बदल सकता है। यह पुस्तक आत्मनिरीक्षण और आत्मविकास के लिए प्रेरित करती है।

Additional information

Weight 0.150 g
Dimensions 21.59 × 13.97 × 0.46 cm
Author

James Allen

Pages

48

Format

Hardcover

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN10-: 9359646253

SKU 9789359646251 Category Tags ,