पुस्तक के बारे में
कामदेव फंतासी एक अनोखी और गहन पुस्तक है, जो प्रेम, कामुकता और मानवीय भावनाओं के विविध पहलुओं को गहराई से समझाने का प्रयास करती है। यह पुस्तक न केवल प्रेम और कामुकता की व्याख्या करती है, बल्कि इसे एक सकारात्मक और स्वाभाविक दृष्टिकोण से देखने के लिए प्रेरित भी करती है। लेखक ने प्रेम को मानवीय जीवन के केंद्र में रखते हुए इसे मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भों में समझाने का प्रयास किया है।
पुस्तक में भारतीय पौराणिक कथाओं के सबसे सुंदर और प्रभावशाली पात्रों में से एक, कामदेव की भूमिका को भी शामिल किया गया है। इसमें बताया गया है कि कैसे कामदेव प्रेम और कामुकता के प्रतीक के रूप में भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। लेखक ने कामदेव के पौराणिक संदर्भों को आधुनिक दृष्टिकोण के साथ जोड़कर इस पुस्तक को एक नया आयाम दिया है।
लेखक के बारे में
क्यों किया था ब्रह्माजी ने कामदेव का निर्माण सोचिए! कामदेव न होता, तो सृष्टि का क्या होता – ? फूल खिलना छोड़ देते, पक्षी गुनगुनाना बंद कर देते ? पुरुष किससे प्यार करते ? स्त्रिीयां किसको रिझातीं ? कौन विरह के गीत गाता ? कौन राम का नाम लेता – ? इसलिए कामदेव को यौवन, प्यार, रोमांस, इश्क, मोहब्बत और सेक्स का देवता माना जाता है ।
उसने दुनिया को अपने तीरों की नोक पर नचाया और फिर शिव के क्रोध से भस्म हो गया। लेकिन वह राख होने के बाद भी जीवित रहा और पहले की तरह जवां दिलों को पागल बनाता रहा ।
अब वही कामदेव आज की युवा पीढ़ी में धड़क रहा है। लेकिन वह पहले से ज्यादा चंचल और शरारती हो गया है। क्योंकि मानव तंत्र कई घटकों से मिलकर बना है। जिसमें पहला घटक है भौतिक शरीर, जो भोजन का गोदाम है। दूसरा घटक मानसिक शरीर है, जिसे आप सॉफ्रटवेयर और स्मृति अंग मान सकते हैं ? लेकिन जो सबसे अहम हिस्सा है, वो है मनुष्य का दिल । यह शरीर को एक सीढ़ी के रूप में इस्तेमाल करता है।
इसलिए धरती पर आने के बाद कामदेव भी भटक जाता है। वह कभी ब्रह्मा में लीन हो जाता है, तो कभी नैनीताल मे रहने वाले लोगों के बीच पहुँचा जाता है।
लेकिन कैसे पहुँचा कामदेव मुम्बई – ? क्यों बना वह स्मगलरों का बॉस -? कैसे किया कामदेव ने बॉलीवुड के स्टारडम पर कब्जा ? किसने मारा मुम्बई के गेटवे ऑफ इंडिया पर कामदेव को ? इन सब प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए आपको पढ़नी होगी ‘कामदेव फंतासी’ जो आपको एक अनोखी दुनिया की सैर करायेगी। उस दुनिया की, जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी – ?
क्या कामदेव फंतासी पुस्तक आत्म-सुधार या रिलेशनशिप गाइड के रूप में पढ़ी जा सकती है?
हां, यह पुस्तक संबंधों को बेहतर समझने और उन्हें सशक्त बनाने में मदद कर सकती है।
क्या कामदेव फंतासी पुस्तक में आधुनिक प्रेम के मुद्दों पर भी चर्चा की गई है?
हां, पुस्तक में आधुनिक प्रेम, डिजिटल युग में रिश्तों, और समाज में बदलती धाराओं पर भी प्रकाश डाला गया है।
कामदेव फंतासी पुस्तक में कल्पना और वास्तविकता के बीच क्या संबंध स्थापित किया गया है?
पुस्तक दिखाती है कि कल्पना और वास्तविकता दोनों ही प्रेम और कामुकता के अनुभव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कामदेव फंतासी के लेखक ने पुस्तक के माध्यम से कौन सा संदेश दिया है?
लेखक ने प्रेम और कामुकता को सकारात्मक दृष्टिकोण से समझने और उन्हें जीवन का स्वाभाविक हिस्सा मानने का संदेश दिया है।
क्या कामदेव फंतासी केवल प्रेम कहानियों पर आधारित है?
यह पुस्तक प्रेम और कामुकता के गहरे मनोवैज्ञानिक और सामाजिक पहलुओं को भी शामिल करती है।