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Remedial Vastushastra in Hindi : (रेमिडियल-वास्तु-शास्त्र)-0
Remedial Vastushastra in Hindi : (रेमिडियल-वास्तु-शास्त्र)-0
Remedial Vastushastra in Hindi : (रेमिडियल-वास्तु-शास्त्र)-0

Remedial Vastushastra in Hindi : (रेमिडियल वास्तु शास्त्र)-In Paperback

Original price was: ₹250.00.Current price is: ₹249.00.

किताब के बारे में

रेमिडियल वास्तु शास्त्र -: वास्तु (निवास स्थान) शास्त्र (शिक्षा) एक प्राचीन वैदिक विज्ञान है जो मनुष्य और उनके निवास स्थान के बीच संबंध को दर्शाता है। वास्तु शास्त्र को व्यापक रूप से तब सबसे प्रभावी माना जाता है जब किसी घर की योजना उसके निर्माण के समय से ही बना ली जाती है, लेकिन आज के समय में हर किसी के लिए ऐसा करना संभव नहीं है और यहीं पर सुधारात्मक वास्तु शास्त्र की भूमिका सामने आती है। सुधारात्मक वास्तुशास्त्र एक ऐसी पुस्तक है जो पहले से बने घरों या स्थानों के लिए है। यह बिना किसी बड़े बदलाव या परिवर्तन के मौजूदा स्थान से निपटने के लिए सरल उपाय प्रदान करता है। यह केवल फर्नीचर और जुड़नार की व्यवस्था से संबंधित है; उदाहरण के लिए, घर की सजावट की वस्तु को उचित स्थान पर रखना या मुख्य द्वार के सामने किसी भी बाधा को हटाना। ये तकनीकें घर में रहने वाले व्यक्ति को अपने जीवन में एक सकारात्मक स्थान बनाने में मदद करती हैं। सुधारात्मक वास्तुशास्त्र पहले से मौजूद वास्तु दोषों के लिए भी प्रतिकूल समाधान प्रदान करता है। वास्तु का मानना ​​है कि वर्तमान पारिवारिक और कार्य गतिशीलता तथा वास्तु दोषों से उत्पन्न नकारात्मक ऊर्जा के बीच एक मजबूत संबंध है। यह पुस्तक घर के वातावरण या कारखाने या दुकान के वातावरण में संतुलन और सामंजस्य की भावना पैदा करने के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेगी। यह पुस्तक डायमंड पॉकेट बुक्स द्वारा 2004 में प्रकाशित की गई थी। यह पेपरबैक में उपलब्ध है। मुख्य विशेषताएं: यह हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध है। यह पुस्तक वास्तु दिशा-निर्देशों के अनुरूप है, और केवल समय-परीक्षणित समाधान प्रदान करती है। जिन लोगों को वास्तु के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं है, वे भी इस पुस्तक को उपयोगी पा सकते हैं।

लेखक के बारे में

इस पुस्तक के सहलेखक पं. रमेश भोजराज द्विवेदी ने अल्प समय में ही ज्योतिष, वास्तुशास्त्र, हस्तरेखा, अंकविद्या आदि के क्षेत्र में विशेष ख्याति अर्जित की है। भारत की कई प्रसिद्ध हस्तियां, राजनेता, फिल्म सितारे, क्रिकेट खिलाड़ी द्विवेदी जी से नियमित ज्योतिषीय परामर्श व मार्गदर्शन लेते रहते हैं। रमेश जी के द्वारा की गई सार्वजनिक महत्व की भविष्यवाणियां वक़्त की कसौटी पर खरी उतर चुकी हैं।

रेमिडियल वास्तु शास्त्र क्या है?

यह एक सुधारात्मक पद्धति है जो पहले से बने घर या स्थान में मौजूद वास्तु दोषों को बिना बड़े बदलाव के ठीक करने के उपाय बताती है।

क्या रेमिडियल वास्तु शास्त्र के उपाय बिना तोड़-फोड़ के किए जा सकते हैं?

हाँ, यह पुस्तक बिना किसी निर्माण कार्य के फर्नीचर या सजावट की व्यवस्था बदलकर सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के उपाय बताती है।

वास्तु शास्त्र और रेमिडियल वास्तु शास्त्र में क्या अंतर है?

वास्तु शास्त्र निर्माण के समय की योजना है, जबकि रेमिडियल वास्तु पहले से बने स्थान के दोषों को ठीक करने की विधि है।

वास्तु दोष से क्या समस्याएं हो सकती हैं?

पारिवारिक कलह, आर्थिक हानि, मानसिक तनाव, व्यवसाय में रुकावट आदि वास्तु दोषों से उत्पन्न हो सकते हैं।

क्या रेमिडियल वास्तु शास्त्र घर, दुकान और ऑफिस – सभी जगहों पर लागू हो सकता है?

हाँ, यह घर, कारखाना, दुकान या किसी भी स्थान पर सामंजस्य और संतुलन लाने के लिए उपयुक्त है।

Additional information

Weight 0.272 g
Dimensions 21.59 × 13.97 × 0.5 cm
Author

Pt.Bhojraj Dwivedi

Pages

192

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN10-: 8171821871