मोती (ज्‍योति‍ष और रत्‍न)

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नौ रत्‍नों में ‘मोती’ को सौन्‍दर्यवर्धक बताया गया है। मानवीय सौन्‍दर्य को निखारने में मोती सर्वोपरि है। इसके धारण से हृदय को शीतलता और आनंद का अनुभव होता है कल्‍पना की दुनिया में जो रंगीनियां उत्‍पन्‍न होती हैं उसे अपने स्‍वरूप प्राप्‍त करने का नाम ही मोती है।

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मोती (ज्‍योति‍ष और रत्‍न)
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नौ रत्‍नों में ‘मोती’ को सौन्‍दर्यवर्धक बताया गया है। मानवीय सौन्‍दर्य को निखारने में मोती सर्वोपरि है। इसके धारण से हृदय को शीतलता और आनंद का अनुभव होता है कल्‍पना की दुनिया में जो रंगीनियां उत्‍पन्‍न होती हैं उसे अपने स्‍वरूप प्राप्‍त करने का नाम ही मोती है।

Additional information

Author

Jagdish Sharma

ISBN

8128811517

Pages

96

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

8128811517