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Osho : Dhyan Aur Utsav Ke Ojasvi Rishi in Hindi (ओशो : ध्यान और उत्सव के ओजस्वी ऋषि)in Hardcover

Original price was: ₹250.00.Current price is: ₹249.00.

किताब के बारे में

ओशो : ध्यान और उत्सव के ओजस्वी ऋषि ओशो की अनमोल शिक्षाओं और उनके अद्वितीय दृष्टिकोण का एक संग्रह है। ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचने में।


ओशो के अनुसार सुख क्या है?

सुख का अर्थ है: दुख गया, मगर राह देख रहा है किनारे पर खड़ा, कि कब सुख से आपका छुटकारा हो, तो मैं फिर आऊं। कभी ज्यादा दूर नहीं जाता।

ओशो के अनुसार डर क्या है ?

डर एक काले बादल की तरह होता है जो आपकी ज़िन्दगी को ढ़क लेता है। वह आपसे वो सब करवाता है जो आप नहीं करना चाहते थे या फिर वह सब कहलवाता है जो आप नहीं कहना चाहते थे। इसलिए कभी डर से नहीं डरना चाहिए।

ओशो के अनुसार ध्यान क्या है?

ओशो ध्यान जागरूकता, शांति और आंतरिक शक्ति का अनुभव करने की एक विधि है।

ओशो ने ध्यान को जीवन में क्यों महत्व दिया?

ओशो का मानना था कि ध्यान व्यक्ति को अपने वास्तविक स्वरूप को पहचानने और आंतरिक शांति पाने में मदद करता है।

ओशो : ध्यान और उत्सव के ओजस्वी ऋषि इस पुस्तक में ओशो का उत्सव के बारे में क्या दृष्टिकोण था?

ओशो के अनुसार, उत्सव बाहरी आनंद का नहीं, बल्कि आंतरिक खुशी और जीवन को पूर्णता से जीने का प्रतीक है।

Additional information

Weight 0.360 g
Dimensions 21.59 × 13.97 × 1.7 cm
Author

Dr. Vasant Joshi

Pages

280

Format

Hardcover

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN10-: 935964515X

SKU 9789359645155 Category Tags ,

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