हीरा (ज्‍योतिषि और रत्‍न)

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नौ रत्‍नों में हीरे को ‘रत्‍नों का सम्राट’ कहा जाता है। यह सभी रत्‍नों में अधिक मूल्‍यवान होता है। अपने रूप, गुण, असाधारण चमक के साथ ही प्राकृतिक व रासायनिक गुणों के फलस्‍वरूप यह अत्‍यंत लोकप्रिय रत्‍न है। इसकी खोज का श्रेय भारत को है। इसे धारण करने वाला व्‍यक्ति इसकी गुणवत्‍ता से यदि मिट्टी छू ले तो सोना हो जाए। साधारण व्‍यक्ति महान हो जाए। सुख-संपदा उसकी सहचारिणी हो जाए। धारणाकर्ता में बेजोड़ नेतृत्‍व क्षमता पाई जाती है।

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नौ रत्‍नों में हीरे को ‘रत्‍नों का सम्राट’ कहा जाता है। यह सभी रत्‍नों में अधिक मूल्‍यवान होता है। अपने रूप, गुण, असाधारण चमक के साथ ही प्राकृतिक व रासायनिक गुणों के फलस्‍वरूप यह अत्‍यंत लोकप्रिय रत्‍न है। इसकी खोज का श्रेय भारत को है। इसे धारण करने वाला व्‍यक्ति इसकी गुणवत्‍ता से यदि मिट्टी छू ले तो सोना हो जाए। साधारण व्‍यक्ति महान हो जाए। सुख-संपदा उसकी सहचारिणी हो जाए। धारणाकर्ता में बेजोड़ नेतृत्‍व क्षमता पाई जाती है।

Additional information

Author

Jagdish Sharma

ISBN

8128811509

Pages

104

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

ISBN 10

8128811509