Call us on: +91-9716244500

Free shipping On all orders above Rs 600/-

We are available 10am-5 pm, Need help? contact us

योग पुरुषों के लिए

100.00

In stock

Other Buying Options

राष्ट्र का गौरव जनता के आरोग्य पर अवलंबित है। सशक्त रहकर ही मानव अपना तथा देश का हित कर सकता है। तन्दुरुस्ती अर्थात् उत्साह, कार्य-क्षमता, यश, आनन्द और जीवन सांख्य ‘शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्’ धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष – इस जगत के चतुर्विध् कार्य-क्षेत्रों में पुरुषार्थ की सिद्ध हेतु सशक्त और कसा हुआ सुदृढ़ शरीर और निरोगी मन अनिवार्य साधन है।

ISBN10-8171822894

Yog Purshon Ke Liye

Additional information

Author

Aacharya Bhagwan Dev

ISBN

8171822894

Pages

260

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Divya Prakashan

ISBN 10

8171822894

SKU 9788171822898 Categories ,

Social Media Posts

This is a gallery to showcase images from your recent social posts