वेद विश्व-साहित्य के प्राचीनतम ग्रंथ हैं- आदि︎ ग्रंथ एवं ईश्वरीय ज्ञान है। यद्यपि वेदों का अधिक भाग उपासना एवं कर्म-काण्ड से संबंद्ध है, किंतु इसमें यथास्थान आत्मा-परमात्म, प्रकृति, समाज-संगठन, धर्म-अर्धम,ज्ञान-विज्ञान तथा उपदेशों का भी प्रस्तुतीकरण है। पाठकों की रुचि को ध्यान में रखते हुए जन-साधारण तक वेदों को पहुंचाने के लिए प्रस्तुत है सरल व सुबोध भाषा में ॠग्वेद का सार।
Brahma Puran
₹110.00
Shri Gurujee Golvalkar (श्री गुरूजी गोलवलकर)
₹200.00 Original price was: ₹200.00.₹199.00Current price is: ₹199.00.
Rigveda (ॠग्वेद)
Original price was: ₹250.00.₹249.00Current price is: ₹249.00.
-0%In stock
वेद विश्व-साहित्य के प्राचीनतम ग्रंथ हैं- आदि︎ ग्रंथ एवं ईश्वरीय ज्ञान है। यद्यपि वेदों का अधिक भाग उपासना एवं कर्म-काण्ड से संबंद्ध है, किंतु इसमें यथास्थान आत्मा-परमात्म, प्रकृति, समाज-संगठन, धर्म-अर्धम,ज्ञान-विज्ञान तथा उपदेशों का भी प्रस्तुतीकरण है। पाठकों की रुचि को ध्यान में रखते हुए जन-साधारण तक वेदों को पहुंचाने के लिए प्रस्तुत है सरल व सुबोध भाषा में ॠग्वेद का सार।
Additional information
Author | Raj Bahadur Pandey |
---|---|
ISBN | 8171826709 |
Pages | 68 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
Amazon | |
Flipkart | |
ISBN 10 | 8171826709 |