Call us on: +91-9716244500

Free shipping On all orders above Rs 600/-

We are available 10am-5 pm, Need help? contact us

Sale!

Mera Marg Badlon Sa Sehaj Marg (मेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग)

Original price was: ₹300.00.Current price is: ₹299.00.

A Book Is Forever
Mera Marg Badlon Sa Sehaj Marg (मेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग)
A Book Is Forever
Mera Marg Badlon Sa Sehaj Marg (मेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग)
A Book Is Forever
Mera Marg Badlon Sa Sehaj Marg (मेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग)
A Book Is Forever
Mera Marg Badlon Sa Sehaj Marg (मेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग)

पुस्तक के बारे में

तिब्बत के रहस्यदर्शियों, या झेन मास्टरों या सूफी दरवेशों सभी ने सफेद बादलों के बारे में बात की है। सफेद बादलों ने बहुत से लोगों के आंतरिक अस्तित्व को प्रभावित किया है। ऐसा लगता है कि सफेद बादलों के साथ एक संबंध स्थापित हो जाता है। इसे अपना ध्यान बना लो और तब कई रहस्य तुम्हारे सामने उजागर होंगे।””

ओशो

जिस तरह साधक अपने मार्ग पर चलता है, इसका प्रतिनिधित्व करने के लिए ओशो ने खफेद बादलों को प्रतीक की तरह चुना है, और यह पुस्तक उन सभी तरह की भावदशाओं का वर्णन करती है- तृफान, आंधी, धूप, वर्षा और इंद्रधनुष–जो कि आंतरिक सत्ता के रहस्य का हिस्सा हैं।

लेखक के बारे में

ओशो एक ऐसे आध्यात्मिक गुरू रहे हैं, जिन्होंने ध्यान की अतिमहत्वपूर्ण विधियाँ दी। ओशो के चाहने वाले पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। इन्होंने ध्यान की कई विधियों के बारे बताया तथा ध्यान की शक्ति का अहसास करवाया है।
हमें ध्यान क्यों करना चाहिए? ध्यान क्या है और ध्यान को कैसे किया जाता है। इनके बारे में ओशो ने अपने विचारों में विस्तार से बताया है। इनकी कई बार मंच पर निंदा भी हुई लेकिन इनके खुले विचारों से इनको लाखों शिष्य भी मिले। इनके निधन के 30 वर्षों के बाद भी इनका साहित्य लोगों का मार्गदर्शन कर रहा है।
ओशो दुनिया के महान विचारकों में से एक माने जाते हैं। ओशो ने अपने प्रवचनों में नई सोच वाली बाते कही हैं। आचार्य रजनीश यानी ओशो की बातों में गहरा अध्यात्म या धर्म संबंधी का अर्थ तो होता ही हैं। उनकी बातें साधारण होती हैं। वह अपनी बाते आसानी से समझाते हैं मुश्किल अध्यात्म या धर्म संबंधीचिंतन को ओशो ने सरल शब्दों में समझया हैं।

‘u003cstrongu003eमेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग’ का केंद्रीय विषय क्या है?u003c/strongu003e

यह पुस्तक आध्यात्मिकता के सहज और प्राकृतिक दृष्टिकोण पर केंद्रित है, जिसमें कठोर नियमों और ढांचों से मुक्त जीवन जीने की प्रेरणा दी गई है।

u003cstrongu003eओशो ‘मेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग’ पुस्तक में आध्यात्मिक मार्ग का वर्णन कैसे करते हैं?u003c/strongu003e

ओशो आध्यात्मिक मार्ग की तुलना बादलों से करते हैं, जो सहजता और प्राकृतिक रूप से चलते हैं, जीवन में कृपा और स्वाभाविकता को दर्शाते हैं।

u003cstrongu003eओशो ‘मेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग’ में आधुनिक जीवन की जटिलताओं को कैसे संबोधित करते हैं?u003c/strongu003e

ओशो सरलता और जागरूकता को प्रोत्साहित करते हैं, जिससे पाठक अपनी दैनिक जीवन की जटिलताओं को सरलता से समझ सकें। वे हमें यह बताने का प्रयास करते हैं कि आधुनिक जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें कैसे आंतरिक शांति को बनाए रखना चाहिए। उनकी शिक्षाएँ हमें जीवन की कठिनाइयों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं।

u003cstrongu003eक्या u003cstrongu003e’मेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग’u003c/strongu003e पुस्तक किसी विशेष आध्यात्मिक परंपरा पर आधारित है?u003c/strongu003e

ओशो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं से प्रेरणा लेते हैं, लेकिन यह पुस्तक किसी एक परंपरा को नहीं मानती। वे सार्वभौमिक सत्य और जागरूकता को प्रस्तुत करते हैं, जो सभी के लिए समझ में आने योग्य है। इस प्रकार, पाठक अपनी व्यक्तिगत यात्रा में विभिन्न दृष्टिकोणों को शामिल कर सकते हैं।

u003cstrongu003eओशो u003cstrongu003e’मेरा मार्ग बादलों सा सहज मार्ग’u003c/strongu003e पुस्तक में जीवन की चुनौतियों के बारे में क्या संदेश देते हैं?u003c/strongu003e

ओशो का संदेश है कि चुनौतियों को हल्के में लेना चाहिए, जैसे बादल हवा के साथ चलते हैं। वे बताते हैं कि जीवन की जटिलताओं को समझने और स्वीकारने से हम अपने आप को अधिक मजबूत और तैयार पा सकते हैं। इस प्रकार, हमें जीवन की कठिनाइयों को अवसर के रूप में देखना चाहिए, जिससे हम और अधिक सीख सकें

Additional information

Weight 381 g
Dimensions 21.59 × 13.97 × 1.7 cm
Author

Osho

ISBN

9789352612628

Pages

24

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

Amazon

https://www.amazon.in/dp/9352612620?ref=myi_title_dp

ISBN 10

9352612620

ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचने में।

ISBN10-9352612620

ISBN10-9352612620

SKU 9789352612628 Categories , , , , Tags ,