वास्तु एवं ज्योतिष के क्षेत्र में श्री कुलदीप सलूजा की विशेष रुचि होने के कारण उन्होंने विगत 30 वर्षों से इसका गहन अध्ययन किया और इस क्षेत्र में पनप रही रूढ़िवादिता को चुनौती भी दी। आपकी सलाह व दिशा-निर्देश पूर्ण रूप से विज्ञान पर आधारित हैं। वास्तु एवं ज्योतिष विषय पर अपने लेखन, अनुसंधान और परामर्श से भारत ही नहीं, अपितु विश्व के 50 से अधिक देशों में आपने लोक कल्याण का अलख जगाया है।
‘‘पिरामिड वास्तु सिर्फ धोखा’’ जैसी चर्चित पुस्तक के रचयिता श्री सलूजा की वैज्ञानिक जानकारी से परिपूर्ण वास्तु एवं फेंगशुई की किताबों के साथ-साथ अन्य विषयों पर 284 किताबें भारत के प्रसिद्ध प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की जा चुकी हैं। वास्तु विषय पर आपके लेख कई भाषाओं में भारत की अनेकों पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं।
मित्रें आपके मन में कभी न कभी एक ख्याल जरूर आया होगा कि धरती एक है, फिर उसके कुछ भाग पर लोग सम्पन्न हैं तो कुछ भाग पर गरीब और कुछ लोग समस्या ग्रस्त हैं। इसी प्रकार पूरी दुनिया में हजारों शहर हैं, परन्तु कुछ ही शहर विशेष प्रसिद्ध हैं आखिर क्याें?
विश्वभर में सभी धर्मों के आराध्यों के अनेक धार्मिक स्थान बने हुए हैं, परन्तु उनमें से कुछ ही लोगों को बहुत आकर्षित करते हैं, जबकि इन्हीं आराध्यों के कई ऐसे भी स्थान हैं जहाँ हमेशा सन्नाटा पसरा रहता है और कई धार्मिक स्थान विवादित हैं।
लेखक ने इस पुस्तक के माध्यम से यही बताने का प्रयास किया है कि, वास्तु के प्रभाव से धार्मिक स्थल, महल, ऐतिहासिक स्थल, राष्ट्र इत्यादि जब अछूते नहीं रह पाते तो फिर हमारे घर, दुकान, उद्योग इत्यादि कैसे अछूते रह सकते है?
यह पुस्तक वास्तु के उन विद्यार्थियों के लिए भी उपयोगी होगी जो वास्तुशास्त्र के गहन अध्ययन के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी प्राप्त करना चाहते हैं।
Dharmik Sthalon Par Vaastu Ka Prabhav PB Hindi
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वास्तु एवं ज्योतिष के क्षेत्र में श्री कुलदीप सलूजा की विशेष रुचि होने के कारण उन्होंने विगत 30 वर्षों से इसका गहन अध्ययन किया और इस क्षेत्र में पनप रही रूढ़िवादिता को चुनौती भी दी। आपकी सलाह व दिशा-निर्देश पूर्ण रूप से विज्ञान पर आधारित हैं। वास्तु एवं ज्योतिष विषय पर अपने लेखन, अनुसंधान और परामर्श से भारत ही नहीं, अपितु विश्व के 50 से अधिक देशों में आपने लोक कल्याण का अलख जगाया है।
‘‘पिरामिड वास्तु सिर्फ धोखा’’ जैसी चर्चित पुस्तक के रचयिता श्री सलूजा की वैज्ञानिक जानकारी से परिपूर्ण वास्तु एवं फेंगशुई की किताबों के साथ-साथ अन्य विषयों पर 284 किताबें भारत के प्रसिद्ध प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की जा चुकी हैं। वास्तु विषय पर आपके लेख कई भाषाओं में भारत की अनेकों पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं।
मित्रें आपके मन में कभी न कभी एक ख्याल जरूर आया होगा कि धरती एक है, फिर उसके कुछ भाग पर लोग सम्पन्न हैं तो कुछ भाग पर गरीब और कुछ लोग समस्या ग्रस्त हैं। इसी प्रकार पूरी दुनिया में हजारों शहर हैं, परन्तु कुछ ही शहर विशेष प्रसिद्ध हैं आखिर क्याें?
विश्वभर में सभी धर्मों के आराध्यों के अनेक धार्मिक स्थान बने हुए हैं, परन्तु उनमें से कुछ ही लोगों को बहुत आकर्षित करते हैं, जबकि इन्हीं आराध्यों के कई ऐसे भी स्थान हैं जहाँ हमेशा सन्नाटा पसरा रहता है और कई धार्मिक स्थान विवादित हैं।
लेखक ने इस पुस्तक के माध्यम से यही बताने का प्रयास किया है कि, वास्तु के प्रभाव से धार्मिक स्थल, महल, ऐतिहासिक स्थल, राष्ट्र इत्यादि जब अछूते नहीं रह पाते तो फिर हमारे घर, दुकान, उद्योग इत्यादि कैसे अछूते रह सकते है?
यह पुस्तक वास्तु के उन विद्यार्थियों के लिए भी उपयोगी होगी जो वास्तुशास्त्र के गहन अध्ययन के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी प्राप्त करना चाहते हैं।
Additional information
Author | Kuldeep Saluja |
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ISBN | 9789352788422 |
Pages | 160 |
Format | Hardbond |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Toons |
ISBN 10 | 9352788427 |