ऐसी भक्ति करें रैदास-रैदास वाणी
Karamyog : Bhagwat Gita Ka Manovigyan - Bhag -3 (कर्मयोग : भगवद् गीता का मनोविज्ञान - भाग -3)
₹400.00
Kranti Sutra (क्रांति सूत्र)
₹300.00
Aisi Bhakti Kare Raidasa (ऐसी भक्ति करै रैदासा)
₹250.00
Out of stock
ओशो में मनुष्य की जो चरम संभावना है, वह साकार हो गयी है। मनुष्य में जो बड़े से बड़ा चैतन्य का विस्फोट, रूपांतरण या क्रांति संभव है, वह उनमें घटित हुई है। इसलिए दुख और संताप, अंधकार और मृत्यु की घाटी में पड़ी मनुष्य-जाति को उनसे बहुत-बहुत आशा बंधती है। सौभाग्य से वे ऐसी संकट-भरी और निर्णायक घड़ी में हमारे बीच है।, जब मनुष्यता के सामने दो ही विकल्प हैं। आत्मघात या नयी चेतना में छलांग।
इस पुस्तक में ओशों के रैदास-वाणी पर दिए गए प्रवचनों का संकलन है। इसमें रैदास की आस्तिकता को वाणी दी गई है।
Additional information
Author | Osho |
---|---|
ISBN | 9789355991553 |
Pages | 560 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Publisher | Diamond Books |
ISBN 10 | 935599155X |