इस पुस्तक ” भारत की 75 वीरांगनायें ” में उन 75 वीरांगनाओं की गाथायें हैं जिन्होंने हमारी आजादी को पाने और उस आजादी को सुरक्षित रखने के लिये अपने प्राणों की हँसते-हँसते कुर्बानी दे दी। इस पुस्तक में जहाँ एक ओर उन स्वतंत्रता सेनानियों का जिक्र है जिनकी शहादत से सारी दुनिया वाकिफ है तो साथ ही उन वीरांगनाओं के बारे में भी चर्चा हैं जिनकी शहादत गुमनामी में खो गयी। इस पुस्तक में भारत की स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ, भारत की उन जांबाज वीरांगनाओं का भी उल्लेख है जिन्होंने आजादी के बाद, भारत के रख-रखाव एवं संविधान निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह पुस्तक ‘भारत की 75 वीरांगनायें” देश की सभी सच्ची वीरांगनाओं, माताओं और देशभक्तों को समर्पित है। हम सबको इन महान वीरांगना स्वतंत्रता सेनानियों का दिल से सम्मान करना चाहिए और देश के लिए दी गई इनकी कुर्बानी को कभी भी नहीं भूलना चाहिए।
About the Author
रिंकल शर्मा एक प्रख्यात लेखिका हैं जिनके अब तक तीन कहानी संग्रह, दो नाटक,दो काव्य संग्रह, तीन बाल-साहित्य, पांच बाल-कॉमिक्स, दो पत्रकरिता पुस्तकें, दो सेल्फ-हेल्प पुस्तकें इत्यादि प्रकाशित हो चुके हैं. समाचार पत्र एवं साहित्यिक पत्रिकाओं में कहानियाँ, कवितायें एवं आलेख प्रकाशित होते रहते हैं। रिंकल शर्मा हिन्दी मासिक पत्रिका-प्रबल प्रहरी एवं हिंदी-उर्दू त्रैमासिक पत्रिका गुफ्तगू की सह-संपादक हैं।लेखिका रिंकल शर्मा को उनके लेखन के लिये ‘मुंशी प्रेमचंद साहित्य सम्मान 2021’, ‘स्वामी विवेकानन्द युवा सम्मान 2021’, ‘महादेवी वर्मा सम्मान 2020, हिंदी गौरव सम्मान 2020, हिंदी भाषा सारथी सम्मान 2019, कला एवं रंगमंच के ‘उत्कृष्ट अभिनय सम्मान’ इत्यादि से सम्मानित किया गया है।