Call us on: +91-9716244500

Free shipping On all orders above Rs 600/-

We are available 10am-5 pm, Need help? contact us

Sale!

Divodas (दिवोदास)

Original price was: ₹175.00.Current price is: ₹174.00.

पुस्तक के बारे में

राहुल सांकृत्यायन की ‘दिवोदास’ एक उत्कृष्ट ऐतिहासिक उपन्यास है, जो प्राचीन भारतीय समाज, संस्कृति, और राजनीति का जीवंत चित्रण प्रस्तुत करता है। इस पुस्तक के माध्यम से पाठक उस समय की जीवन शैली, संघर्षों, और उपलब्धियों को समझ सकते हैं। सांकृत्यायन की लेखनी और शोध ने इस उपन्यास को एक कालजयी कृति बना दिया है। ‘दिवोदास’ न केवल एक ऐतिहासिक उपन्यास है, बल्कि यह प्राचीन भारतीय इतिहास और संस्कृति का महत्वपूर्ण दस्तावेज भी है। सांकृत्यायन की इस कृति ने भारतीय साहित्य में ऐतिहासिक उपन्यासों को एक नया आयाम दिया है। यह पुस्तक आज भी पाठकों के बीच लोकप्रिय है और भारतीय इतिहास और संस्कृति के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है

लेखक के बारे में

हिन्दी साहित्य में महापंडित राहुल सांकृत्यायन का नाम इतिहास प्रसिद्ध और अमर विभूतियों में गिना जाता है। ये एक भारतीय साहित्यकार, इतिहासकार, तिब्बती भाषा के विद्वान और घुमक्कड़ थे। उनका असली नाम केदारनाथ पांडे था, लेकिन वे राहुल सांकृत्यायन के नाम से प्रसिद्ध हुए। उन्हें हिंदी यात्रा साहित्य का जनक माना जाता है। राहुल सांकृत्यायन का जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पंदहा नामक गाँव में हुआ था। वे बचपन से ही जिज्ञासु और ज्ञान पिपासु थे। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने संस्कृत, पाली, प्राकृत, तिब्बती, और कई अन्य भाषाएँ सीखी।

राहुल सांकृत्यायन ने लगभग 150 से अधिक पुस्तकें लिखीं, जिनमें उपन्यास, यात्रा-वृतांत, निबंध, और इतिहास से संबंधित ग्रंथ शामिल हैं। उनके प्रमुख कार्यों में ‘वोल्गा से गंगा’, ‘घुमक्कड़ शास्त्र’, ‘मेरी जीवन यात्रा’ ‘दर्शन-दिग्दर्शन’ आदि शामिल हैं।इसके साथ ही उन्होंने अनेक देशों की यात्रा की और वहाँ के समाज, संस्कृति और भाषा का अध्ययन किया। उनकी तिब्बत यात्राओं ने उन्हें विशेष प्रसिद्धि दिलाई, जहाँ से उन्होंने दुर्लभ पांडुलिपियाँ और ग्रंथ संकलित किए।

क्या दिवोदास पुस्तक इतिहास पर आधारित है या काल्पनिक है?

यह पुस्तक ऐतिहासिक तथ्यों और पौराणिक कहानियों का मिश्रण है।

दिवोदास पुस्तक किस आयु वर्ग के लिए उपयुक्त है?

यह पुस्तक इतिहास और पौराणिक कथाओं में रुचि रखने वाले सभी आयु वर्ग के लिए उपयुक्त है।

दिवोदास पुस्तक में पौराणिकता को कैसे प्रस्तुत किया गया है?

पौराणिक घटनाओं को रोचक और सजीव वर्णन के माध्यम से पेश किया गया है।

क्या दिवोदास की कहानी प्रेरणादायक है?

हां, यह कहानी साहस, नेतृत्व और धर्म की शक्ति को दर्शाती है।

दिवोदास पुस्तक किस विषय पर आधारित है?

यह पुस्तक दिवोदास की पौराणिक और ऐतिहासिक यात्रा पर आधारित है।

Additional information

Weight 0.100 g
Dimensions 21.59 × 13.97 × 0.7 cm
Author

Rahul Sankrityayan

Page

108

Format

Paperback

Language

Hindi

Publisher

Diamond Books

दिवोदास एक अद्वितीय कथा है जो पौराणिक और ऐतिहासिक घटनाओं का सम्मिश्रण है। यह पुस्तक दिवोदास की वीरता, नेतृत्व और प्राचीन भारत के समृद्ध इतिहास की गाथा प्रस्तुत करती है। भावपूर्ण वर्णन और गहन अनुसंधान के साथ, यह पाठकों को समय की गहराइयों में ले जाती है।

SKU 9789363182059 Categories , Tags ,